लक्ष्य बनाएं और बचत की दिशा तय करें
अपने खर्चों और बचत को एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ जोड़ें। यह आपकी आर्थिक प्रगति को सही दिशा देगा।
छोटी-छोटी रकम का हिसाब रखें, क्योंकि ये मिलकर बड़ी राशि बन जाती हैं। UPI ट्रांजैक्शन्स का रिव्यू करें और गैर-जरूरी खर्चों को रोकें।
जीवन और स्वास्थ्य बीमा को केवल कागजी कार्रवाई न मानें। यह आपकी आर्थिक सुरक्षा का मजबूत कवच है।
प्रॉपर्टी और सोने के साथ-साथ म्यूचुअल फंड, इक्विटी और SIP जैसे आधुनिक निवेश साधनों पर ध्यान दें।
अचानक आने वाले खर्चों के लिए कम से कम 3-6 महीने की आय का इमरजेंसी फंड तैयार करें।
साल की शुरुआत में ही टैक्स बचाने और निवेश करने की योजना बनाएं, ताकि गलत फैसले से बचा जा सके।
जरूरत से ज्यादा कर्ज लेने से बचें और जो कर्ज है उसे जल्दी खत्म करने की योजना बनाएं।
अपने सभी वित्तीय दस्तावेज़, बीमा पॉलिसी, और एसेट्स के नॉमिनी को समय पर व्यवस्थित करें।
फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए अनुभवी सलाहकार से सलाह लें, ताकि आपके पैसे का सही उपयोग हो सके।
फाइनेंशियल विषयों पर किताबें पढ़ें, सरकारी जागरूकता कार्यक्रमों में हिस्सा लें, और अपनी आर्थिक समझ को मजबूत बनाएं।